वैक्सीन लांच कर परमिशन करने के लिए उन्हें ब्यूरोक्रेट्स और ड्रग कंट्रोलर्स के पैर तक छूने पड़ते थे। लेकिन नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद चीजें काफी आसान हो गई हैं। ये बातें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के चेयरमैन और अदार पूनावाला के पिता डॉ. साइरस पूनावाला ने शुक्रवार को कहीं। उन्होंने कहा कि सीरम कोवीशील्ड इतनी जल्दी इसलिए लांच हो गई, क्योंकि उन्हें किसी ड्रग अफसर को मस्का नहीं लगाना होता था। ड्रग कंट्रोलर अफसर ऑफिशियल समय के बाद भी जवाब देते थे। इसके चलते वैक्सीन लांच करने के लिए किसी का मुंह नहीं देखना पड़ा। साइरस पूनावाला ने साल 1966 में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की स्थापना की थी। उन दिनों की यादों को ताजा करते हुए उन्होंने कहा कि जब वैक्सीन इंडस्ट्री काम करने की बिल्कुल अलग जगह थी। इस दौरान उन्होंने बहुत सी तकलीफें झेलीं। बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए ब्यूरोक्रेट्स की इजाजत लेने में हालत खराब हो जाती थी।साइरस पूनावाला ने अपना अवॉर्ड अपनी स्वर्गवासी पत्नी विल्लू को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि आज तक अमेरिका और ब्रिटेन में उन्हें कई अवॉर्ड मिले हैं लेकिन लोकमान्य तिलक अवॉर्ड उनके लिए बहुत खास है।
सतीश कुमार (ऑपरेशन हेड, साउथ इंडिया)