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राजस्थान: मंदिर के पदाधिकारियों ने पुजारी की पत्नी और बच्चों को जबरन निकाला, पुलिस में शिकायत करने पर भी नहीं हुई कार्रवाई

जयपुर। सोडाला थाना इलाके में स्थित एक मंदिर के पूजारी की मौत के बाद उसकी पत्नी और 13 साल की मासूम बच्ची के साथ मारपीट एवं मानसिक प्रताडि़त करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में पीडि़ता पुलिस से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन उसकी वहां भी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद विप्रसेना जयपुर जिला अध्यक्ष अंशुल शर्मा ने पीडि़ता की मदद के उद्देश्य से बुधवार को एक प्रेसवार्ता आयोजित कर न्याय की गुहार लगाई है।
सोडाला निवासी रूपा झा ने बताया कि वह एक हार्ट की पेशेंट है तथा उसकी 13 साल की बेटी भी डायबिटीज सहित अन्य बीमारियों से ग्रस्त है। वह अपने पति विजय झा व दो बच्चों के साथ वह यहां 2010 से रह रही है। उसके पति यहां शिव मंदिर में पुजारी के पद पर नियुक्त हुए थे। पीडि़ता का आरोप है कि मंदिर परिसर में मंदिर के पदाधिकारी अशोक शर्मा और एसके गुप्ता अवैध मादक पदार्थ का काम करते है। इसका पीडि़ता के पति पुजारी विजय झा ने विरोध किया। जिसके कारण समिति के पदाधिकारी व सहयोगी मिलकर उसके पति विजय को परेशान करने लगे। अनावश्यक दबाव एवं मानसिक परेशानी के चलते 18 मार्च को विजय का शव फंदे से लटका मिला। पति की मौत के संदर्भ में सोडाला थाना पुलिस को भी घटना की जानकारी दी गई, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण आज तक परेशान करने वाले लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीडि़ता का आरोप है कि पति की मौत के बाद न्याय की गुहार लगाने पर आरोपितों की ओर से परिवार को मानसिक प्रताडि़त कर उस पर और उसकी 13 साल की बीमार बेटी के ऊपर भी तरह-तरह के जूठे लांछन लगा कर मारपीट की और धमकी भी दी है कि जिस तरह से तेरे पति को ठिकाने लगाया है उसी तरह तुझे और तेरी बेटी को ठिकाने भी लगा देंगे। विप्रसेना जयपुर जिलाअध्यक्ष अंशुल शर्मा ने कहा कि महिलाओं के लिए कानून तो बहुत बने है, लेकिन आज भी महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहे है। ऐसे में हम मांग करते है कि पीडि़ता को न्याय मिले और आरोपियों को सजा।

निरंजन चौधरी, राजस्थान।