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वायु प्रदूषण से निपटने के लिए आज केजरीवाल ने बुलाई आपात बैठक।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए आज आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय और दिल्ली के मुख्य सचिव हिस्सा लेंगे।पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को कहा कि पराली के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए आपातकाल निर्णय लिए जाने की जरूरत है। मैं केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से निवेदन कर रहा हूं। मुझे लगता है दिल्ली के नागरिक सोशल मीडिया के जरिए केंद्रीय मंत्री से आपातकाल बैठक बुलाकर कोई निर्णय लेने को आग्रह करें।इसके चलते बच्चों, बुजुर्गों और बीमारों की अधिक परेशानियां हो रही हैं और अस्पतालों में मरीजों की तादाद बढ़ने लगी है। प्रदूषण पर चिंता जताते हुए दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल के एमडी डॉ. सुरेश कुमार ने आज कहा कि प्रदूषण का स्तर बड़ी चिंता का विषय है। इससे बुजुर्गों, स्कूल जाने वाले बच्चे, वे मरीज जिन्हें सांस की तकलीफ है या वे मरीज जिन्हें पहले कोविड हो चुका है, उनकी समस्या बढ़ गई है।शनिवार को याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि आपको इस मुद्दे को राजनीति और सरकार से परे देखना होगा। कुछ ऐसा होना चाहिए जिससे दो-तीन दिन में हम बेहतर महसूस करें।दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में है और अगले 2 से 3 दिनों में यह और नीचे चली जाएगी, इसलिए जल्द आपातकालीन निर्णय लें, हम दीर्घकालिक समाधान बाद में देखेंगे। कोर्ट ने कहा कि अब किसानों को कोसना एक फैशन बन गया है चाहे वह दिल्ली सरकार हो या कोई और। पटाखों पर बैन था, उसका क्या हुआ? सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार द्वारा स्कूलों को खोलने पर भी चिंता जताई है। कोर्ट ने कहा कि आपने राजधानी में सभी स्कूल खोल दिए हैं और अब बच्चे प्रदूषण के संपर्क में हैं। खराब वायु गुणवत्ता से स्वास्थ्य संबंधी खतरों को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने शुक्रवार को लोगों को बाहरी गतिविधियों को सीमित करने की सलाह दी और सरकारी और निजी कार्यालयों से वाहनों के उपयोग में कम से कम 30 प्रतिशत की कटौती करने को कहा है।दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह 10 बजे 473 दर्ज किया गया।

सतीश कुमार