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जानिए टेस्टर से बिजली जांचते वक़्त हमें क्यों नहीं लगता बिजली का झटका

अक्सर किसी विशेषज्ञ के ना होने पर, लाइन टेस्टर का इस्तेमाल सॉकेट में बिजली को चेक करने के लिए किया जाता है। यानी फेज़/लाइव वायर की पहचान करने के लिए और सॉकेट में बिजली की मौजूदगी को टेस्ट करने के लिए टेस्टर का इस्तेमाल होता है। लेकिन, जब हम इसके ऊपर वाले हिस्से को छूते हैं, बिजली टेस्ट करने के लिए तो हमें झटका क्यों नहीं लगता? क्या आप इसका जवाब जानते हैं? अगर नहीं तो आइए पूरी जानकारी प्राप्त करते हैं।

सबसे पहले हम समझते हैं कि एक लाइन टेस्टर के पूरे शरीर के बारे में। टेस्टर के शरीर का सबसे पहला हिस्सा होता है मेटालिक रॉड, उसके बाद आता है रेज़िस्टर यानी प्रतिरोधक। अगला हिस्सा होता है नियॉन बल्ब यानी की लैंप। इसके बाद आता है स्प्रिंग और अंत में मेटालिक कैप, इस कैप को ही हम छूते हैं जिससे बल्ब जलता है और हमें बिजली की मौजूदगी का पता चलता है।

लाइन टेस्टर का सबसे ज़रूरी हिस्सा जो हमें झटका लगने से बचाता है और जिसकी प्रतिरोधक क्षमता काफ़ी ज़्यादा होती है वह है रेज़िस्टर। घरों में औसत पावर सप्लाई 220V की होती है, तो ये रेज़िस्टर टेस्टर से प्रवाहित होने वाले करंट को 22mA तक कम कर देता है। इस छोटे से रेज़िस्टर की प्रतिरोधमक क्षमता 10 लाख Ohm (Ω) तक होती है। साथ ही नियॉन लैंप का भी अपना ही प्रतिरोध होता है, तो अगर उसको भी जोड़ दें तो 22mA की वैल्यू और भी ज़्यादा गिर जाएगी।

करंट के प्रवाह को कम करने की इस ज़्यादा क्षमता वाले रेज़िस्टर के पास दो बड़ी वजह होती हैं। पहली वजह यह कि इंसान को विद्युत का झटका न लगे और दूसरी यह की नियॉन बल्ब जल सके। हमारे शरीर की प्रतिरोधमक क्षमता 22mA या इससे भी कम बिजली को झेल जाती है तभी टेस्टर प्रवाह कम कर देता है, जिसके कारण हमें  बिजली का झटका नहीं लगता।

पूरी प्रक्रिया को दोहराएं तो मेटालिक रॉड से जुड़ा हुआ रेज़िस्टर हाई करंट को सुरक्षित मूल्य में बदल देता है। फिर कम करंट नियॉन बल्ब से पास होता हुआ मेटालिक स्प्रिंग में जाता है, मेटालिक स्प्रिंग से करंट जाता है सीधा मेटालिक कैप में जिसे हम ऊंगली से छूते हैं। छूने पर करंट का एक बहुत ही छोटा हिस्सा अर्थिंग के लिए हमारे शरीर से पास होता है और सर्किट पूरा हो जाता है। ऐसे में अगर करंट प्रवाहित हो तो बल्ब जल जाता है और बिजली की मौजूदगी का पता चल जाता है।

आशीष ठाकुर – हिमाचल प्रदेश