हिंदू पंचांग के अनुसार कल ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि है। हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का बहुत अधिक महत्व होता है। अमावस्या तिथि पर दिन दान- पुण्य करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है। कल का दिन बेहद खास रहने वाला है क्योंकि कल साल का पहला सूर्य ग्रहण भी लग रहा है और कल ही शनि जयंती और वट सावित्री व्रत भी है।हालांकि ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा, जिस वजह से सूतक काल मान्य नहीं होगा।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि पर भगवान शनि का जन्म हुआ था। हर साल इस दिन को शनि जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विधि- विधान से शनि देव की पूजा- अर्चना की जाती है।सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। सूतक काल में शुभ कार्य करने की मनाही होती है। लेकिन कल लगने वाला ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा जिससे इसका प्रभाव भी नहीं पड़ेगा और कल व्रत रखा जा सकेगा।शनि जयंती और सूर्य ग्रहण का ऐसा संयोग लगभग 148 सााल बाद बन रहा है।
सतीश कुमार (ऑपेरशन हेड, साउथ इंडिया)