दुनिया की पहली मलेरिया वैक्सीन के बच्चों पर व्यापक इस्तेमाल की सिफारिश की है। डब्ल्यूएचओ ने इसे विज्ञान, बच्चों के स्वास्थ्य और मलेरिया नियंत्रण के लिए बड़ी उपलब्धि करार दिया है। सिफारिश को लेकर आयोजित प्रेस ब्रीफिंग में डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अधानोम ने कहा कि मलेरिया को रोकने के मौजूदा उपायों के साथ इस वैक्सीन के इस्तेमाल से हर साल हजारों जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।मलेरिया के खिलाफ वैक्सीन मच्छरदानी या बुखार में देखभाल जैसे उपायों की जगह नहीं लेता या उनकी आवश्यकता को कम नहीं करता है।” मलेरिया शोधकर्ता के रूप में अपने शुरुआती करियर को याद करते हुए टेड्रोस ने कहा कि वह इस दिन के लिए तरस रहे थे।सही इलाज के बिना मरीजों की स्थिति बिगड़ सकती है और जान भी जा सकती है। यूएन की एजेंसी के मुताबिक, 5 साल से कम के बच्चे इसके सबसे अधिक शिकार होते हैं। टेड्रोस ने कहा कि मलेरिया के खिलाफ पिछले दो दशक में दुनियाभर में काफी प्रगति हुई है।
सतीश कुमार