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विद्यार्थियों को पुस्तक बांटने का महाराष्ट्र शिक्षण विभाग का प्रशंसनीय सरकारी निर्णय

मुंबई: कोविड महामारी के कारण इस वर्ष विद्यार्थियों को बालभारती की पाठ्य पुस्तकें नहीं मिली है। ऐसे में स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने समग्र शिक्षा अभियान के तहत स्कूली बच्चों को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें और  व्यायाम पुस्तकें वितरित करने की घोषणा की है।

विद्यार्थियों तक पुस्तक पहुंचाने के लिए ई-निविदा प्रक्रिया के माध्यम से शिरीष कार्गो सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का चयन किया गया है। प्रशासन ने बालभारती बुक डिपो से विद्यालय में पुस्तकों का वितरण कर विद्यार्थियों को सावधानी पूर्वक योजना बनाकर उसे तत्काल क्रियान्वित करने और  इस कार्य को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिया गया है। यह सुनिश्चित करने के लिए ध्यान रखा जाना चाहिए कि बारिश, हवा या प्राकृतिक आपदाओं से किताबें क्षतिग्रस्त न हों।
राज्य के प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों ने प्रत्येक तालुका के प्रतिनिधियों को जिला और तालुका स्तर पर समन्वय साधने के लिए कहा है।  विद्यालय स्तर पर पाठ्य पुस्तकें प्राप्त करने के बाद संबंधित विद्यालय के प्रमुख की उपस्थिति में विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकें वितरित की जाए। वितरित पुस्तकों के सभी रिकॉर्ड रखे जाने चाहिए। शिक्षा विभाग ने पुस्तकों का वितरण करते स्कूल प्रशासन को साफ तौर पर निर्देश दिया है कि स्कूलों में अधिक भीड़ न हो और कोविड नियमों का पालन कर इस प्रक्रिया को पूर्ण किया जाए।

प्रतिक यादव, महाराष्ट्र।