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जुलाई तक मिल सकता है भारत को दूसरी स्वदेशी टीका

Jun 4, 2021 Reporters24x7 ,

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हैदराबाद की कंपनी बॉयोलॉजिकल-ई द्वारा तैयार किए जा रहे इस टीके की 30 करोड़ खुराक खरीदने का फैसला कर लिया है। इसके लिए कंपनी को 1500 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान कर दिया है। कंपनी अगस्त से दिसंबर के बीच टीके की 30 करोड़ खुराकों की आपूर्ति करेगी।बॉयोलॉजिकल-ई की कोविड-19 वैक्सीन इस समय तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल से गुजर रही है। पहले और दूसरे क्लीनिकल ट्रायल में बेहतर नतीजे मिले थे। वैक्सीन को बॉयोलॉजिकल-ई ने विकसित किया है, जो आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। संभावना है कि जून-जुलाई के दौरान इसके परीक्षण पूरे हो जाएंगे और नियामक की मंजूरी भी मिल जाएगी। वैक्सीन प्रस्ताव पर नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनेस्ट्रेशन फॉर कोविड-19 ने चर्चा और पड़ताल करने के बाद उसे मंजूर करने की सिफारिश की थी। सरकार ने कहा कि मेसर्स बॉयोलॉजिकल-ई के टीके की खरीद की यह व्यवस्था स्वदेशी टीका निर्माताओं को प्रोत्साहित करना है।जैव प्रौद्यौगिकी विभाग ने न सिर्फ 100 करोड़ रुपये के अनुदान के रूप में वित्तीय सहायता दी है बल्कि विभाग बायोलॉजिकल-ई के साथ तकनीकी साझेदारी भी कर रहा है। वैक्सीन सम्बंधी जंतुओं पर प्रयोग और अध्ययन का काम ट्रांसलेशनल स्वास्थ्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, फरीदाबाद के जरिए किया गया। इसके साथ – साथ संभावना है कि जुलाई में स्पूतनिक टीके की एक से डेढ़ करोड़ डोज तैयार होनी शुरू हो जाएंगी जबकि रेड्डी लेबोरेटरी द्वारा इसका आयात भी जारी रहेगा।फाइजर से पांच करोड़ टीकों की खरीद को लेकर बातचीत चल रही है तथा इसमें से कुछ टीके जुलाई से मिलने शुरू होने की उम्मीद है।

सतीश कुमार(ऑपरेशन हेड, साउथ इंडिया)