संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से एक आवाज में बोलने का अनुरोध किया और अपने कार्य को करने हेतु पत्रकारों की नज़रबंदी और कारावास को रोकने की मांग की। उन्होंने कहा कि संसार के प्रत्येक कोने में प्रेस पर आक्रमण हो रहा है।
महासचिव गुटेरेस ने भी चिह्नित किया कि हमारी सारी स्वतंत्रता प्रेस की स्वतंत्रता पर निर्भर करती है। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2023 से पूर्व अपने वीडियो द्वारा दिए संदेश में उन्होंने कहा कि प्रेस की आज़ादी लोकतंत्र और इंसाफ की नींव है।
दुनिया के प्रेस से झूठ और दुष्प्रचार को खत्म करें
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा आयोजित किए गए एक खास कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र के महासभा के सभा-भवन में एंटोनिओ गुटेरेस ने कहा कि विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर पूरी दुनिया को एक आवाज़ में बोलना चाहिए। पत्रकारों को उनके कार्यों को करने हेतु गिरफ़्तार करना और कैद करना समाप्त करें। झूठ और दुष्प्रचार को भी खत्म करें। सत्य तथा सत्य कहने वालों को निशाना बनाने से रोका जाए।
संसार के प्रत्येक कोने में प्रेस पर हो रहा आक्रमण
गुटेरेस ने चिंता ज़ाहिर कर कहा कि संसार के प्रत्येक कोने में प्रेस की आज़ादी पर आक्रमण हो रहा है। उन्होंने कहा कि विघटन और अभद्र भाषा के इस्तेमाल से सत्य पर संकट है। तथ्य एवं कल्पना के मध्य विज्ञान और षड्यंत्र के बीच की रेखाओं को फीका करने का प्रयास किया जा रहा है।
दुनिया के मीडियाकर्मियों और पत्रकारों को बनाया गया निशाना
महासचिव ने कहा कि वर्ष 2022 में कम से कम 67 मीडियाकर्मियों को मारा गया, पूर्व वर्षों के मुकाबले में 50 फीसदी पत्रकारों और मीडियाकर्मियों पर हुए आक्रमणों में बढ़ोतरी हुई है। इसके अतिरिक्त तीन-चौथाई महिला पत्रकारों द्वारा ऑनलाइन हिंसा की अनुभूति की गई। उन्हें सुव्यवस्थित रूप से तंग किया जाता है, भयभीत किया जाता है तथा गिरफ़्तार किया जाता है। यहां तक की कारावास (जेल) में डाल दिया जाता है। यूनेस्को के महानिदेशक ऑड्रे अज़ोले ने कहा कि विश्वभर में सैंकड़ों पत्रकारों पर आक्रमण किया गया और उन्हें कारावास में डाल दिया गया, केवल इसके लिए कि वह अपना कार्य कर रहे थे। यह अस्वीकार्य है।
अमन ठाकुर – हिमाचल प्रदेश