• Wed. Apr 24th, 2024

रूस ने अमेरिका और एप्पल पर लगाया हैकिंग का आरोप

मॉस्को: रूसी महासंघ की फेडरल जांच एजेंसी ने सोमवार को दावा किया कि उनके देश के हजारों आईफोन की हैकिंग की जा रही है। जांच एजेंसी ने इसका पूरा आरोप अमरीकी सरकार और टेक जाइंट एप्पल पर लगाया है। हालांकि रूस की जांच एजेंसी ने अभी तक इसके जुड़े सबूत जारी नहीं किए हैं। वहीं रूस के दावे पर कंपनी ने बयान जारी किया है।

रूस के साइबर सिक्योरिटी फर्म कैस्परस्की लैब ने दावा किया है कि उसके स्टाफ के आईफोन में एक मालवेयर पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग करने वाले कर्मचारियों में मिला है। कैस्परस्की का कहना है कि हैकिंग की शुरुआत एक आईमैसेज से हुई थी, जिसमें यूजर का कुछ हाथ नहीं था। जांच एजेंसी ने दावा करते हुए कहा कि वह अभी भी इस मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं।

संघीय जांच एजेंसी का दावा है कि हैक हुए फोनों में कई राजनयिक और टॉप अफसर समिल्लित हैं। रूस की सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि उनकी सरकार मानती है कि आईफोन का प्रयोग सुरक्षित नहीं है। जांच एजेंसी ने कहा कि जिन अधिकारियों के फोन हैक हुए हैं, उनमें चीनी जनवादी गणराज्य व इजराइल राष्ट्र के अधिकारी भ सम्मिलित हैं, जो रूस में तैनात हैं। हालांकि अभी एक चीन और इजराइल की ओर से इसे लेकर कोई भी बयान सामने नहीं आया है।

रूस की संघीय जांच एजेंसी के इल्जामों से एप्पल ने इंकार किया है। एप्पल इंक ने बयान में कहा कि कंपनी ने कभी भी किसी देश की सरकार के संग मिलकर कार्य नहीं किया है। एप्पल के उत्पादों में कभी भी कोई गलत वस्तु न तो इंस्टाल की जाती है और न ही आगे की जाएगी।

अमन ठाकुर – हिमाचल प्रदेश